“हेल्लो दोस्तों! इस पोस्ट में हम ‘C++ प्रोग्रामिंग’ कंप्यूटर भाषा के बारे में पढ़ेंगे। यहां C++ की बुनियादी जानकारी हिंदी में दी गई है, जिसमें इसकी परिभाषा, इतिहास, फायदे-नुकसान, C और C++ के बीच अंतर और प्रोग्रामिंग संरचना के बारे में विवरण शामिल है। यह जानकारी किसी भी technical exam और interview में आपकी मदद करेगी।”
C++ का परिचय
C++ क्या है?
C++ एक उच्च-स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा है, जो मुख्य रूप से सामान्य उद्देश्य के लिए उपयोग होती है। इसे ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOP) का समर्थन करने के लिए विकसित किया गया था, जो कि डेटा को संरचित और सुरक्षित रखने में मदद करता है। सी++ को C भाषा का विस्तार कहा जाता है क्योंकि इसमें C की मूल सुविधाएँ शामिल हैं, लेकिन इसमें OOP के सिद्धांत जोड़े गए हैं।
C++ का इतिहास और उत्पत्ति
C++ को 1979 में Bjarne Stroustrup द्वारा विकसित किया गया था। C++ का मूल नाम “C with Classes” था, क्योंकि इसमें क्लास नामक एक नई विशेषता जोड़ी गई थी। 1983 में इसका नाम बदलकर C++ कर दिया गया, जहां ++ ऑपरेटर “इंक्रीमेंट” का प्रतीक है, जो यह दर्शाता है कि C++ में C भाषा का एक बेहतर संस्करण शामिल है।
C++ के फायदे और नुकसान
फायदे:
- ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग: C++ में OOP सुविधाएं हैं जैसे कि इनकैप्सुलेशन, इनहेरिटेंस, और पॉलीमॉर्फिज्म।
- Speed: C++ प्रोग्राम तेज़ी से रन होते हैं क्योंकि यह लो-लेवल लैंग्वेज के करीब होती है।
- पोर्टेबिलिटी: C++ को विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टम पर कंपाइल और रन किया जा सकता है।
- स्टैंडर्ड टेम्प्लेट लाइब्रेरी (STL): यह रिपीटेबल डेटा स्ट्रक्चर और एल्गोरिदम का एक संग्रह प्रदान करता है।
नुकसान:
- जटिलता: C++ में कई जटिल विशेषताएँ हैं जो इसे सीखना कठिन बना सकती हैं।
- मेमोरी प्रबंधन: C++ में मैनुअल मेमोरी प्रबंधन की आवश्यकता होती है, जिससे मेमोरी लीकेज की संभावना बढ़ जाती है।
- सेफ्टी: C++ में सीधे पॉइंटर मेमोरी एक्सेस होने के कारण, अगर गलत तरीके से उपयोग किया जाए, तो यह सुरक्षा जोखिम पैदा कर सकता है।
C और C++ के बीच अंतर
विशेषता | C | C++ |
---|---|---|
प्रोग्रामिंग दृष्टिकोण | Procedural programming | Object-oriented programming |
डेटा सुरक्षा | डेटा को सुरक्षित रखने का कोई प्रावधान नहीं | डेटा सुरक्षा के लिए Encapsulation |
Template और Overloading | उपलब्ध नहीं | template और overloading उपलब्ध |
Exception Handling | नहीं | हां |
Standard Library | Small | Large |
2. प्रोग्रामिंग की मूल बातें
C++ में प्रोग्रामिंग संरचना (Structure of CPP)
C++ में प्रोग्रामिंग structure कोड को व्यवस्थित और पढ़ने में आसान बनाती है। एक साधारण C++ प्रोग्राम की संरचना में मुख्यतः निम्नलिखित तत्व होते हैं:
cpp (computersciencemcq.com)
#include <iostream> // Header file
using namespace std; // Standard namespace
int main() { // main function
cout << "Hello, World!"; // Output statement
return 0; // Return statement
}
कोड का स्पष्टीकरण:
- #include <iostream>: यह एक Header File है जो Input और Output (I/O) ऑपरेशंस जैसे कि
cin
औरcout
के लिए आवश्यक है। - using namespace std;: यह C++ के standard namespace को उपयोग में लाने का निर्देश है ताकि
std::cout
को केवलcout
लिख कर उपयोग किया जा सके। - int main(): यह main function है, जहां से C Program execute होता है।
- cout << “Hello, World!”;:
cout
का उपयोग आउटपुट दिखाने के लिए किया जाता है, यह “Hello, World!” स्क्रीन पर प्रदर्शित करेगा। - return 0;: यह प्रोग्राम के सफल execution को दर्शाता है।
Header Files
Header files वह फ़ाइलें होती हैं जिनमें pre-define function और micros होते हैं, जिनका उपयोग किसी विशेष कार्य को पूरा करने के लिए किया जाता है। उदाहरण:
- iostream: इनपुट और आउटपुट ऑपरेशंस के लिए।
- math.h: Mathematical कार्यों के लिए जैसे
sqrt()
,pow()
, आदि।
main( ) फ़ंक्शन
C++ में main()
फ़ंक्शन हर प्रोग्राम का एंट्री पॉइंट होता है। यह प्रोग्राम के कार्यों को आरंभ और समाप्त करने के लिए उपयोग होता है।
Input-Output स्ट्रीम्स (cin, cout)
- cout: यह कंसोल पर आउटपुट प्रदर्शित करने के लिए उपयोग होता है।
cout << "यह एक आउटपुट स्टेटमेंट है";
- cin: यह कंसोल से इनपुट लेने के लिए उपयोग होता है।
int x;
cin >> x;
उदाहरण:
cpp (computersciencemcq.com)
#include <iostream>
using namespace std;
int main() {
int age;
cout << "अपनी उम्र दर्ज करें: "; // आउटपुट स्टेटमेंट
cin >> age; // इनपुट स्टेटमेंट
cout << "आपकी उम्र है: " << age << " वर्ष"; // आउटपुट स्टेटमेंट
return 0;
}
Output:
अपनी उम्र दर्ज करें: 25
आपकी उम्र है: 25 वर्ष
इस तरह, C++ प्रोग्रामिंग में input-output stream का उपयोग करके हम यूजर से इनपुट प्राप्त कर सकते हैं और आवश्यक आउटपुट show कर सकते हैं।